अब जल संस्थान के पानी में क्लोरीन की मात्रा कम-ज्यादा होने की परेशानी नहीं होगी। जल संस्थान प्रदेश के पंप हाउसों में ऑटोमेटेड क्लोरीन डोजर लगाने जा रहा है। पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर राजधानी देहरादून में तीन और कुमाऊं के रामनगर में ये डोजर लगाए जाएंगे। प्रोजेक्ट सफल होने पर समूचे प्रदेश में ऑटोमेटेड क्लोरीन डोजर लगाए जाएंगे।
बीआइएस की रिपोर्ट आने के बाद पानी को शुद्ध करने के लिए जल संस्थान और सतर्कता बरतने जा रहा है। जल संस्थान की अब पंप हाउसों में ऑटोमेटेड क्लोरीन डोजर लगाने की योजना है। इस डोजर में लगी मशीन पानी की खुद-ब-खुद जांच कर लेती है कि पानी को कितनी क्लोरीन की जरूरत है और उसी आधार पर पानी में क्लोरीन की मात्रा की आपूर्ति की जाएगी।
ये होंगे फायदे :
- पानी की जरुरत के अनुसार क्लोरीन की सटीक मात्रा फीड होगी।
- ऑटोमेटेड होने से मैनुअल करने का झंझट खत्म होगा
- दूनवासियों को शुद्ध पानी की आपूर्ति होगी।